
बाळासाहेब नेरकर, जगदिश न्युज संवाददाता, अकोला
देश में बाघों की संख्या काम होती जारही है.ऐसे में जो बाघ जंगलो में मौजूद है वो भी वनविभाग की लापरवाही के कारण बुरी व्यवस्ता में है.ऐसा ही एक मामला सामने आया है बार्शिटाकली तालुका के जंगलो में,जंहा एक बाघ मृत पाया गया. जानकारी के अनुसार ये बाघ मोझरी खु इलाके में मरा हुआ पाया गया है. इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग और पिंजर पोस्ट स्टेशन के साथ संत गडगेबाबा इमरजेंसी सर्च एंड रेस्क्यू स्क्वॉड घटना स्थल पर पहोंचे. इन लोगो ने प्रत्मिक तौर पर बाघ को बचने का प्रयास करना चाहा,परन्तु बाघ पहले से ही मारा हुआ दिखाई दिया.इस घटना के कारण वन्यजीव प्रेमियों में नाराज़गी पाई जारही है. वन्यजीव प्रेमी और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर राजेश पंजवानी ने कहा ‘ बाघों को अगर ज़िंदा रखना है तो सही ढंग से उनके लिए वनविभाग की ओर से व्यवस्था होनी चाहिए. आम तौर पर बाघ जंगल के बहार नहीं आते है.अगर जंगल में पानी उपलब्ध नहीं होता है तब ही बाघ जंगल के बहार निकलते है.इनके लिए पानी का इंतेज़ाम किया जाये,साथ ही जंगलो में कथित रूप से जो बिजली के तार बिछाये जारहे है उसे हटाना चाहिए.वनविभाग की ओर से गश्त भी बड़ाया जाना चाहिए’ .